जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र मे अनुसंधान के बेहतरीन अवसर” : प्रो. पी. पी. माथुर
गोरखपुर। आज के समय मे जैव-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र मे अनुसंधान के बेहतरीन अवसर उपलब्ध हैं। यह बात प्रोफेसर पी.पी. माथुर, कुलपति, बिड़ला ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर ने दी द उ गोरखपुर विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलाजी विभाग मे शिक्षकों एवं छात्रों के साथ इन्टरैक्शन के दौरान बताई। वे डी.डी.यू. गोरखपुर विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग मे व्याख्यान के लिए आमंत्रित थे. उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी, नैदानिक अनुसंधान, फार्मास्युटिकल विज्ञान, नैदानिक प्रयोगशालाओं और कृषि क्षेत्रों के क्षेत्र में विभिन्न संभावनाओं पर अपनी बात रखी।
पूरे सत्र के दौरान विचार-विमर्श न केवल कैरियर की संभावनाओं से संबंधित था, बल्कि भारत और विदेशों में उच्च अध्ययन के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं पर भी चर्चा हुई। छात्रों ने बायोटेक्नोलाजी विषय के विभिन्न क्षेत्रों में करियर की संभावनाओं के संबंध में प्रोफेसर माथुर के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की। उन्होंने एक वैज्ञानिक व शिक्षक के तौर पर देश-विदेश के अपने अनुभवों को भी साझा किया।
उन्होने अपने देश के विज्ञान से संबंधित विभिन्न एकेडमिक व रिसर्च संस्थाओं संबंधित जानकारियों से सबको अवगत कराया। प्रोफेसर दिनेश यादव और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजर्षि गौड़ ने प्रोफेसर माथुर का विभाग मे स्वागत किया। तत्पश्चात प्रो.माथुर ने कुलपति प्रो.पूनम टंडन और रजिस्ट्रार प्रो.शांतनु रस्तोगी से भी अनौपचारिक मुलाकात की और दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग और अवसर पर चर्चा की। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर शरद कुमार मिश्र ने दिया। इस कार्यक्रम में एमएससी बायोटेक्नोलॉजी, एमएससी बायोइंफॉर्मेटिक्स और एमएससी प्लांट बायोटेक्नोलॉजी और पीएचडी के छात्रों के साथ विभाग के डॉ. गौरव सिंह, डॉ. पवन तथा वनस्पति विज्ञान विभाग के डॉ. रामवन्त गुप्ता, डा. मधुकर और डॉ. अशोक भी मौजूद थे।