हमारे अध्यापक ही हमारे प्रेरणास्रोत
कला-इतिहास विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा निवृत्त प्राध्यापकों का सम्मान समारोह मालवीय सभागार, मालवीय मूल्य अनुशीलन केन्द्र में किया गया। इस अवसर पर संस्थापक विभागाध्यक्ष प्रो0 वासुदेवशरण अग्रवाल से विभाग के प्राध्यापकों के योगदान, स्मृतियों की चर्चा हुई। मुख्य अतिथि अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलाधिपति प्रो0 कमलेश दत्त त्रिपाठी थे। सम्मान समारोह में विभाग के निवृत्त त प्राध्यापकों क्रमश: प्रो0 बलराम श्रीवास्तव, प्रो0 कमल गिरी, प्रो0 कल्याण कृष्ण, प्रो0 मारुति नन्दन तिवारी, प्रो0 रष्मि कला अग्रवाल व प्रो0 अजय कुमार सिंह का सम्मान अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलाधिपति प्रो0 कमलेश दत्त त्रिपाठी ने किया।
उन्होंने विभाग के अध्यापकों के योगदान व स्मृतियों को साझा किया। स्वागत उद्बोधन व परिकल्पना विभागाध्यक्ष प्रो0 अतुल त्रिपाठी ने रखी। उन्होंने संस्थापक विभागाध्यक्ष प्रो0 वासुदेवशरण अग्रवाल से लेकर प्रो0 आनन्दकृष्ण तक व सम्मानित प्राध्यापको के साथ संस्मरण का उल्लेख किया। तथा विभाग के ख्यातिलब्ध छात्रों में विशेषकर कपिला वात्स्यायन, परमेश्वरी लाल गुप्ता, प्रेमलता शर्मा आदि के योगदानों की चर्चा करते हुए इस प्रकार के आयोजन की महत्व पर बल दिया।
संचालन डॉ0 ज्योति रोहिल्ला राणा व धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 प्रियंका सिंह ने किया। तत्पश्चात कला-इतिहास एवं पर्यटन प्रबंध के पुरातन छात्रों का समागम हुआ जिसमें देशभर से आए हुए पुरातन छात्रों ने विचार व्यक्त किए व महामना पं0 मदनमोहन मालवीय को अपना प्रेरणास्रोत बताया।
चित्र- 95 वर्षीय पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो0 बलराम श्रीवास्तव का सम्मान करते प्रो0 कमलेश दत्त त्रिपाठी।