Thursday, September 19, 2024
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निर्वाचन संबंधी शिकायतों के लिए सी-विजिल एप का करें इस्तेमाल, मात्र सौ मिनट में होगा निस्तारण-डीएम

गोंडा । जिला निर्वाचन अधिकारी उज्जवल कुमार ने जनसामान्य से अपील की है कि निर्वाचन सम्बन्धी शिकायतों के लिए त्वरित निस्तारण के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए नए सी-विजिल (नागरिक सतर्कता) ऐप का प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप पर की जाने वाली शिकायत का हर हाल में मात्र 100 मिनट में निस्तारण कराया जाता है। उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सी-विजिल, (नागरिक सतर्कता) नागरिकों के लिए निर्वाचनों के दौरान आदर्श आचार संहिता और व्यय के उल्लंघन की रिपोर्ट करने हेतु एक नया मोबाइल ऐप है। उन्होंने बताया कि सी-विजिल का आशय नागरिक सतर्कता से है और इसमें नागरिकों द्वारा निर्वाचनों के स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष संचालन के लिए परस्पर सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका निभाने पर बल दिया गया है।
उन्होंने जनसामान्य को सी-विजिल एप के बारे में बताते हुए कहा कि आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन की रिपोर्ट में देरी के परिणाम स्वरूप अक्सर अपराधी निर्वाचन आयोग के उड़नदस्तों की नजर से बच निकलते हैं। इसके अतिरिक्त, भौगोलिक स्थिति विवरणों की सहायता से घटना स्थल की तुरंत और सही ढंग से पहचान करने के लिए ठोस प्रतिक्रिया प्रणाली के रूप में सी-विजिल का उपयोग किया जा रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सी-विजिल एप पर की गई शिकायत को मात्र 100 मिनट में निस्तारित करना होता है। इसलिए निर्वाचन से सम्बन्धित शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु सी-विजिल एप का अधिकाधिक उपयोग करें। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से सी-विजिल एप डाउनलोड कर सकता है। सी-विजिल उपयोगकर्ता अनुकूल और आसानी से संचालित किया जाने वाला एक एंड्राइड एप्लिेकशन है। इस ऐप की एक विशेषता यह है कि यह उड़नदस्तों को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य सुनिश्चित करने हेतु ऐप के भीतर से ऑटो लोकेशन कैप्चर के साथ जीवंत फोटो, वीडियो लेने देता है। उन्हांेेने बताया कि इस ऐप को कैमरा, अच्छे इन्टरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस वाले किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन पर इंस्टॉल किया जा सकता है। इस ऐप का प्रयोग करते हुए नागरिक राजनीतिक कदाचार की घटनाओं के घटने के कुछ ही मिनटों में उनकी तत्काल रिपोर्ट कर सकते हैं, जिसके लिए रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में तत्काल जाने की जरूरत नहीं होती। सी-विजिल, सतर्क नागरिकों को जिला नियन्त्रण कक्ष, रिटर्निंग अधिकारी और फील्ड यूनिट (उड़न दस्तों), स्टेटिक निगरानी दलों के साथ जोड़ता है, जिससे एक तीव्र और सटीक रिपोर्टिंग, कार्रवाई और निगरानी होती है।
उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायत के लिए शिकायतकर्ता को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधियों का संक्षेप में विवरण करते हुए एक फोटो खींचें या 2 मिनट का एक वीडियो बनाए तथा शिकायत दर्ज करने से पहले उसका संक्षेप में उल्लेख करना होगा। शिकायत के साथ संलग्न जीआईएस सूचना स्वतः संबंधित जिला नियन्त्रण कक्ष तक पहुँच जाती है, जिसके फलस्वरूप उड़नदस्ता कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच जाएगा। उड़नदस्ते द्वारा शिकायतस्थल पर पहुंच कर 30 मिनट के अन्दर निस्तारण कर रिपोर्ट रिटर्निंग आफीसर को देनी होगी तथा रिटर्निंग आफिसर द्वारा 50 मिनट के अन्दर निस्तारण कर निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट भेजनी होती है यानी कुल 100 मिनट में शिकायत का निस्तारण सुनिश्चित कराया जाता है।
सी-विजिल एप की विशेषता बताते हुए उन्होंने कहा कि सी-विजिल एप्लिकेशन केवल उन्हीं राज्यों की भौगोलिक सीमा के भीतर काम करेगा जहां निर्वाचन चल रहे हैं। सी-विजिल उपयोगकर्ता को फोटो खींचने या वीडियो बनाने के बाद किसी घटना की रिपोर्ट करने के लिए 5 मिनट का समय मिलेगा। यह ऐप पहले से रिकॉर्ड की गई इमेज, वीडियो को अपलोड करने की अनुमति नहीं देगा, न ही यह उपयोगकर्ता को सीधे फोन गैलरी में इस ऐप के द्वारा खींची गई फोटो, वीडियो को सुरक्षित रखने की अनुमति देगा। सिस्टम के दुरूपयोग को रोकने और एक ही स्थान से एक ही तरह की शिकायतों से बचने के लिए सिस्टम एक ही व्यक्ति द्वारा अगली शिकायत के बीच 5 मिनट का अन्तराल रखता है।

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