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उदयभान सिंह को 31वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के मूल्यांकनकर्ता के रूप में मिला आमंत्रण

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डॉ. उदयभान सिंह को 31वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के मूल्यांकनकर्ता के रूप में मिला आमंत्रण

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. उदयभान सिंह को राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली से 31वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस (एनसीएससी) के मूल्यांकनकर्ता के रूप में आमंत्रण प्राप्त हुआ है। यह प्रतिष्ठित आयोजन 3 जनवरी से 6 जनवरी, 2025 तक मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित होगा।
यह उपलब्धि विश्वविद्यालय और क्षेत्र दोनों के लिए एक गर्व का विषय है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसे 1993 में 10-17 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों में वैज्ञानिक सोच और दृष्टिकोण को विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम में बच्चे वैज्ञानिक विधियों जैसे अवलोकन, प्रयोग, विश्लेषण, और निष्कर्ष के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करते हैं।
यह आयोजन जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर होता है, जिसमें केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस), नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस), और देश के विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से बाल वैज्ञानिक, शिक्षक, वैज्ञानिक, राज्य समन्वयक, संसाधन व्यक्ति और मूल्यांकनकर्ता भाग लेते हैं।
डॉ. उदयभान सिंह का चयन
डॉ. उदयभान सिंह का मूल्यांकनकर्ता के रूप में चयन उनकी गहरी वैज्ञानिक समझ और शैक्षणिक अनुभव का प्रमाण है। इस आयोजन में वह बाल वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत शोध कार्यों का मूल्यांकन करेंगे और अपने अनुभव से उन्हें प्रेरित करेंगे।
शैक्षणिक यात्रा और उपलब्धियां
डॉ. सिंह ने अपनी एमएससी (भौतिकी) इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज से 2007 में पूरी की। उन्हें सीएसआईआर-जेआरएफ-नेट 2008 में प्राप्त हुआ। डॉ. सिंह ने अपनी पीएचडी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर (IUAC) से 2014 में प्रो. डी.के. अवस्थी के मार्गदर्शन में पूरी की।
वर्ष 2016 में, उन्हें डीएसटी-एसईआरबी की प्रतिष्ठित नेशनल पोस्ट-डॉक्टोरल फेलोशिप मिली, जिसके तहत उन्होंने आईआईटी दिल्ली के प्रो. शांतनु घोष के निर्देशन में शोध कार्य किया।
उनके उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए, 2016 में, डॉ. सिंह को जर्मनी में आयोजित लिंडाऊ नोबेल लॉरेट बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला।
2018 में, विश्वविद्यालय में नियुक्ति के तुरंत बाद, उन्हें यूजीसी की डी.एस. कोठारी पोस्ट-डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए चुना गया।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने डॉ. उदयभान सिंह को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए इसे विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवशाली क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह चयन डॉ. सिंह की वैज्ञानिक योग्यता और विश्वविद्यालय के शैक्षणिक व शोध कार्यों की राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता को दर्शाता है।

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